CT (Current Transformer) क्या होता है ?

बड़े बड़े उच्च क्षमता वाले ट्रांसमिशन लाइन को हम डायरेक्ट माल्टीमीटर से उसका करंट नहीं माप सकते है। इस लिए इस तरह के करंट को मापने के लिए हम Current Transformer का प्रयोग करते है। Current Transformer के अंदर से सिंगल फेज को गुजारा जाता है जिससे CT सिंगल फेज का करंट सेंस करके मीटर में दिखाती है ।Current Transformer इक प्रकार का ट्रांसफार्मर होता है । जिसका पूरा नाम CURRENT TRANFORMER होता है । इसका मुख्य कार्य बड़े करंट को छोटे, सुरक्षित करंट में परिवर्तित करना है । जिससे की करंट को हम आसानी से माप सके,और ये मीटर पता लगा सके की सिंगल फेज मे कितना करंट प्रवाहित हो रहा है । Current Transformer का प्रयोग हम करंट मापने के लिए तथा पावर सिस्टम्स की सुरक्षा के लिए करते है ।

CURRENT TRANSFORMER PHOTO
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CT को कैसे लगाए।

CT (Current Transformer) वृत्ताकार आकर या चौकोर आकार की होती है । इसमें S1 और S2 पॉइंट होता है । जहा से हम मल्टीफंशन मीटर ले लिए केबल ले के जाते है, और मीटर में कनेक्ट करते है तब हम को मल्टीफंक्शन मीटर में वैल्यू दिखाई देती है ।
इस वृत्ताकार सीटी में इक तरफ P1(Polarity) तथा इक तरफ P2 लिखा होता है । हम P1 की तरफ से किसी इक फेज को IN करते है । तथा P2 के तरफ से फेज को बाहर निकलते है । इस प्रक्रिया के बाद CT फेज को सेन्स करके Multifunction meter मे वैल्यू दिखाती है ।

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Current Transformer का उपयोग

Current Transformer का उपयोग हम बड़े – बड़े उच्च क्षमता वाले ट्रांसमिशन लाइन के करंट को मापने के लिए किया जाता है ।
Current Transformer का उपयोग पैनल बोर्ड मे मीटरिंग के रूप मे किया जाता है ।
इसका उपयोग पावर सिस्टम मे सुरक्षा के लिए किया जाता है ।

PT (POTENTIAL TRANSFORMER) क्या होता है ?

बड़े बड़े उच्च क्षमता वाले ट्रांसमिशन लाइन के VOLTAGE को जैसे 1 KV, 11 KV 33 KV 66 KV मापने के लिए हम PT का उपयोग करते है । PT इक प्रकार का ट्रांसफार्मर होता है । जिसका पूरा नाम POTENTIAL TRANFORMER होता है । इसको VOLTAGE TRANFORMER भी कहते है, इसमे दो प्रकार की वाइंडिंग होती है। जिसे प्राइमेरी वाइंडिंग और सेकेंडरी वाइंडिंग कहते है ।
PT मे भी दो पॉइंट P1 तथा P2 होते है ,जो की प्राइमेरी और सेकेंडरी वाइंडिंग से जुड़े होते है । जिसको हम P1 को फेज से और P2 को नूट्रल से जोड़ते है । तथा S1 और S2 को MALTI FUNCTUON मीटर से जोड़ते है ।

PT PHOTO

PT का उपयोग

POTENTIAL TRANSFORMER का उपयोग हम बड़े – बड़े उच्च क्षमता वाले ट्रांसमिशन लाइन के VOLTAGE को मापने के लिए किया जाता है ।
PT का उपयोग पैनल बोर्ड मे मीटरिंग मे किया जाता है ।
इसका उपयोग पावर सिस्टम मे RILEY सुरक्षा के लिए किया जाता है ।

CT AND PT VIDEO

Frequently Asked Questions

CT क्या होता है ?

CT इक तरह का transformer होता है । जिसका उपयोग हम उच्च क्षमता वाले ट्रांसमिशन लाइन के करंट को मापने के लिए करते है ।

CT का पूरा नाम क्या होता है ?

CT का पूरा नाम Current Transformer होता है ।

PT का पूरा नाम क्या होता है ?

CT का पूरा नाम POTENTIAL TRANSFORMER होता है ।

PT क्या होता है ?

PT इक प्रकार का ट्रांसफार्मर होता है ।जो उच्च क्षमता वाले ट्रांसमिशन लाइन के VOLTAGE को जैसे 1 KV, 11 KV 33 KV 66 KV मापने के लिए हम PT का उपयोग करते है ।दो प्रकार की वाइंडिंग होती है।

CT में फेज किस साइड से इन होता है?

CT में फेज हमेशा P1 साइड से IN होता है । तथा P2 की ओर से निकलता है।

CT और CBCT मे क्या अंतर होता है ?

CT इक प्रकार का ट्रांसफ़ार्मर होता हैं । इसके अंदर से केवल 1 फेज को गुजारा जाता है । तथा इसको उच्च करंट को मापने के लिए लगाते है । जबकि
CBCT भी इक प्रकार का ट्रांसफ़ार्मर होता हैं । इसके अंदर से 1फेज और 1 न्यूट्रल या 3 फेज को गुजारा जाता है, जो मोटर या किसी डिवाइस को जाती है । तथा इसको अर्थ करंट लीकेज मापने के लिए लगाते है ।

CT RATIO क्या होता है ?

CT Ratio का उदाहरण है जैसा कि हम 100/5A का CT लगाते है । तब अगर CT मे 100 AMP करन्ट प्रवाहित होता है तो उस समय CT के वाइंडिंग मे 5A करंट प्रवाहित होगा अगर CT मे 50A करन्ट प्रवाहित होगा तब वाइंडिंग मे 2.5A करन्ट प्रवाहित होगा । यही CT Ratio कहलाता है ।

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